Monday, June 21, 2010

पिता तुम्हारा आनंद कहाँ है?/Fathers where is your joy?

परमेश्वर ने परिवार में पिता का स्थान सर्वोपरि रखा है | आज पूरे विश्व में फादर्स डे मनाया जा रहा है| ज़रूरी है कि हम जाने कि हमारे परमपिता परमेश्वर का आनंद कहाँ छिपा है?
एक छोटी सी कहानी बताती हूँ |
यह कहानी एक परमेश्वर के सेवक की है, एक बार उसका पुत्र बिना अनुमति लिए तीन दिन तक स्कूल में हाकी खेलता रहा, जब वह लौटा तब उसके पिता ने उस पर क्रोध किया और उसे तीन दिन तक स्टोर रूम में बंद रहने की सजा सुना दी और कहा कि उसे सिर्फ तीन बार ही खाना दिया जायेगा | जब रात आई और पिता खाना खाने के बाद बिस्तर पर आराम करने लेटा, उसे अपने पुत्र के स्टोर रूम में अकेले होने का अहसास हुआ, और उससे ना रहा गया | वह स्टोर रूम तक गया और अपने पुत्र को जागता हुआ पाया | पुत्र पिता के चिपक गया पिता ने भी उसे अपने गले से लगा लिया | उसने पुत्र को माफ़ कर दिया लेकिन फिर भी सजा तो सजा थी, जो उसे पूरी करनी थी | पिता ने उस सजा को कठिन पाया, और पूरी रात अपने पुत्र के साथ उसी स्टोर रूम में बिताई | क्या मुझे ये बताने की ज़रुरत है कि उसके दूसरे दो दिन कैसे बीते?
हाँ! स्टोर रूम में ही लेकिन पिता-पुत्र दोनों ने साथ समय बिताया|
ठीक उसी तरह जैसे हमारा परमपिता शरीरधारी हुआ और यीशु में उसने हमारे पापों की सजा उठाई |
आज के दिन अपने परमपिता के बिलकुल करीब चले जाओ वे तुम्हे क्षमा कर देंगे
पिता आज का सन्देश तुम्हारे लिए है लेकिन तुम परिवार का सिर हो इस तरह यह सन्देश पूरे परिवार के लिए हुआ|
पढ़ें लुका 15:11-24
इस दृष्टांत में परमपिता परमेश्वर का आनंद छिपा है |
जबकि उस व्यक्ति का छोटा पुत्र अपने पिता से अपना हिस्सा ले लेता है और जब उसका सब कुछ नष्ट हो जाता है तब उसे फिर से अपने पिता की याद आती है
पिता जैसे ही उसको देखता है उसके प्रति अनुराग से भर जाता है और उसे सीने से लगा लेता है | उसके लौट आने की ख़ुशी में जश्न मनाता है, उसे हर श्रेष्ठ वस्तु प्रदान करता है,
क्योंकि उसका सम्बन्ध जो टूट चुका था एक बार फिर जुड़ गया |
माता-पिता अपने बच्चों के हर अपराध को माफ़ कर देतें है, लेकिन बच्चों को भी अपने पापों को या गलतियों को उनसे नहीं छिपाना चाहिए
इस दृष्टांत की सबसे अच्छी लाइन जो मुझे लगाती है वह है, यह मेरा पुत्र है जो पहले मर गया था अब जीवित जो गया है
बोलो- अभी तक मैं अपने पापों के कारण परमेश्वर से दूर था लेकिन आज यीशु में मुझे क्षमा है
हमारे सीखने  के लिए यहाँ पर दो मुख्य बातें है
1 . पिता का आनंद उसकी संतानों में छिपा है
2 . पिता परमपिता की छवि में है
इसका मतलब है कि पिता का स्वभाव परम-पिता परमेश्वर जैसा है

परम-पिता कैसा है?
1. परमेश्वर हमारा पालन पोषण करने वाला है,
2. परमेश्वर हमारी रक्षा करने वाला है
3 . परमेश्वर हमारी गलतियों पर हमे सजा के द्वारा सिखाने वाला है
4 . परमेश्वर हमारा आदर्श है
5 . परमेश्वर हमारा महा याजक है
यीशु में उसने सब बातें पूर्ण कर दी है, पिता तुम्हारे ऊपर पिता ने जो जिम्मेदारी सौंपी हैं उन्हें निभाने के लिए तुम्हें यीशु की ज़रुरत है
पढ़ें मत्ती 11:28-30
अपने स्थान पर खड़े हों
आज आनंद या खुशी आपसे कितनी भी दूर क्यों ना हो,
चाहे कितना भी मन उदास क्यों ना हो
चाहे कैसी भी परिस्थित क्यों ना हो
खोये हुए पुत्र के सामान लौट कर आ जाने का समय आ गया है
जब हमारा स्वर्गीय पिता हमे सब आनंद देने को तैयार है तो हमे तुरंत उसके पास भाग कर जाना है
सभा में जितने भी पिता हो आज तुम अपने परिवार के लिए पुरोहित हो
अपने और अपने परिवार के लिए माफ़ी मांगो
उनके सिर पर हाथ रख कर उनें आशीर्वाद दो
बिमारियों और बाधाओं को दुत्कारो
परमेश्वर ने यह अधिकार तुम्हें तुम्हारे परिवार के लिए दिया है
प्रार्थना करो
पढ़ें युहन्ना 14 :27
यीशु ने तुम्हें अपनी शान्ति दी, वह उसका पवित्र आत्मा है और वो तुममे है
अगर परमेश्वर का आत्मा तुममे है तो तुम्हारी ताकत कहाँ है
पढ़ें हबक्कुक 3 : 19
परमेश्वर तुम्हारी ताकत है
पढ़ें नहेम्याह 8 :10
परमेश्वर तुम्हारी सामर्थ है
फिर पिता अगर आज तुम अपनी परस्थितियों से परेशान हो तो इसके सिर्फ तीन कारण हो सकतें हैं
1 . तुमने परमेश्वर को स्वीकार नहीं किया है
2 . तुमने अपने पापों को अंगीकार नहीं किया है पढ़ें भजन संहिता 51 : 12
3 . आपकी प्रेरणा गलत है पढ़ें मत्ती 6 : 21
आज का दिन तुम्हारे लिए है
बोलो- प्रभु का आनंद है मेंरी ताकत
बोलो- मैंने अपनी शान्ति प्रभु यीशु में पा ली है
बोलो- मेरा परिवार यीशु के लहू में छिपा है
बोलो-मेरी उदासी चली गई है
बोलो- में अपना सारा बोझा प्रभु यीशु को दे चुका हूँ
बोलो-यशायाह 62 : 5 के अनुसार मेरा परमेश्वर मुझ पर हर्षित है
बोलो- लुका 15:7-10 के अनुसार मैंने अपने पापों की क्षमा पा ली है इसलिए स्वर्गदूत आनंदित है
मेरी प्रार्थना -
पिता प्रभु यीशु के नाम पर, मैं प्रार्थना करती हूँ कि जो खेदित मन वाले है आप में शांति और आनंद पाए, जो शरीर से पीढित है वे चंगाई पायें, जिन्होंने अपने माता-पिता के प्रति अपराध किया है वे उनसे माफ़ी पाए और दीर्घ आयु वाले हो
आमीन

Fathers where is your joy?

God has placed fathers as the head in a family. Father’s Day is being celebrated today all over the world. It is important that we know where the joy of our Supreme Father, God is hiding?
I’ll tell you a story-
This is a story of a minister. Once his son, without permission from his family, played a hockey game in his school for three days. When he came back, his father was very upset with him and he asked him to remain in the store room for three days. He was told he will be given meals three times a day in the store room. That night after having the dinner, when the minister went to rest he just remembered his son. He couldn’t control it, and he went to see him. He saw him awake. The son saw his father and he hugged him, his father’s heart melted, it couldn’t control him. He hugged him and spent the night with his son in that room. Yes, he shared the same room with his son for other two days as well.
The same way Father God incarnated in Jesus and carried all our burdens and paid the price for you and me.
Today, if you go one step he is ready to forgive all your sins. Father’s this message is for you but as you are the head of the family so this message rolled down to all the members of your family as well.
Read Luke 15:11-24
Joy of the father is hidden in this parable
That man’s younger son takes his share from his father and misuses all of it, then he remembers his father. When father sees him he hugs him with affection and has celebration in the joy of his son’s return. He provides him all good things because his son who left the house once again came back and his relationship with his father was restored.
Parents forgive all the mistakes and sins of their children, but children also need to tell the truth to their parents and not to hide any sin.
The best line I find in this parable is, “For this son of mine was dead and is alive again.”
We learn here two important facts-
1.    Fathers’ joy is hidden in their children
2.    God has created them in His image
It means fathers have the nature of God.
How is our God?
1.    He is our provider
2.    He is our protector
3.    He is our teacher/rebuke
4.    He is our leader
5.    He is our priest
In Jesus God has fulfilled all, what we need. Fathers, your heavenly father has given you a responsibility. You cannot do it in your strength you need Jesus.
Read Matthew 11:28-30
Stand at your feet
Today you might be experiencing joy or happiness far from you
You may be feeling disappointed
You may be having tough situation
Today is the day come back to your heavenly father
Our heavenly father is ready to provide all good things to you, so turn to Him
Every single fathers in this assembly you must know that you are a priest to your family
Ask God to forgive you and your family
Lay your hand on your family members and bless them
Rebuke the hindrances and sicknesses
God the Father has given you this right for your family
Pray for them
Read John 14:27
Jesus gave His peace, that is His Holy Spirit and He is in us
If God’s spirit is in you then where is your strength
Read Habakkuk 3:19
Lord is your strength
Read Nehemiah 8:10
Lord is your strength
Then, fathers if you are troubled with your circumstances, it is mainly because of three reasons
1.    You have not accepted Jesus as your Lord and savior
2.    You have not confessed your sins, read Psalms 51:12
3.    You have wrong motives, read Matthew 6:21
Today is your day, I say once again today is your day
Say- Lord is my strength
Say- I have peace in Christ
Say- my family is hidden under the blood of Jesus Christ
Say- my disappointments have left me
Say- I have given all my burden to Jesus
Say- As per Isaiah 62:5, my Lord rejoices over me
Say- As per Luke 15:7-10, I have received forgiveness of my sins that’s why angels rejoice over me
Prayer-
Father in the name of Jesus, I pray those who are heavy laden get joy in you, those who are sick in their body, get healing, those who have sinned against their parents get forgiveness and live a long life
Amen!

No comments:

Post a Comment